सुरक्षाबलों ने किया नक्सली शिविर ध्वस्त




- 1 पुलिस जवान शहीद 
- दिरंगी-फूलनार जंगल क्षेत्र में हुई गोलिबारी 

 गड़चिरोलीभामरागढ़ तहसील के िदरंगी-फूलनार गांव से सटे जंगल में नक्सलियों का शिविर शुरू हाेने की विश्वसनीय जानकारी मिलते ही जिला पुलिस विभाग के सी-60 जवानों ने मंगलवार की सुबह घेराबंदी कर नक्सली शिविर काे ध्वस्त कर दिया है। इस बीच दोनों ओर से हुई भीषण गोलिबारी में विशेष अभियान दल का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे उपचार हेतु गड़चिरोली के अस्पताल में भर्ती कराने पर उपचार के दौरान उसे वीरगति प्राप्त हुई। शहीद जवान का नाम चामोर्शी तहसील के अनखोड़ा गांव निवासी महेश कवडू नागुलवार (39) बताया गया है। इस अभियान में सुरक्षाबलों ने नक्सलियों की विभिन्न प्रकार की सामुग्री बरामद करने में सफलता हासिल की है। 
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कुछ दिनों से दिरंगी और फूलनार गांव से सटे जंगल में नक्सलियों की मौजूदगी होने की जानकारी पुलिस को मिली। इसी जानकारी के आधार पर सोमवार, 10 फरवरी को अहेरी के अपर पुलिस अधीक्षक डा. श्रेणिक लोढा के नेतृत्व में सी-60 की 18 टीमों के साथ सीआरपीएफ क्यूटी की 2 टीमों को घटनास्थल की ओर नक्सल खोज अभियान के लिए रवाना किया गया। इस बीच मंगलवार 11 फरवरी की सुबह जैसे ही सुरक्षाबलों को नक्सलियों के ठिकाने का पता चला, उन्होंने घेराबंदी शुरू कर दी। इस दौरान नक्सलियों को भनक लगते ही जोरदार गोलिबारी शुरू कर दी गयी। जवाबी कार्रवाई में पुलिस जवानों ने भी गोलियां दागी। विभाग के अनुसार, यह गोलिबारी मंगलवार दिनभर जारी रहीं। इस गोलिबारी में ही पुलिस जवान महेश नागुलवार को गोली लगने से वे गंभीर रूप से घायल हो गये। अभियान के दौरान ही विभाग के विशेष हेलिकाॅप्टर की मदद से घायल महेश को उपचार हेतु गड़चिरोली के जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन उपचार के दौरान महेश को वीरगति प्राप्त हुई। उधर मुठभेड़ के बाद पुलिस जवानों द्वारा घटनास्थल की जांच करने पर मौके से नक्सलियों की बड़े पैमाने पर सामुग्री जब्त की गयी है। जिसमें नक्सली कीताबों के साथ पिट्टू, रोजमर्रा के साहित्यों का समावेश है। 

इस बीच जिला पुलिस अधीक्षक नीलोत्पल ने बताया कि, शहीद जवान महेश नागुलवार के पार्थिव पर उनके मुल गांव अनखोड़ा में शासकीय इतमाम सलामी देकर अंतिम संस्कार की विधि पूर्ण की जाएगी। शहीद महेश के परिवार के साथ पुलिस विभाग खड़ा होकर उनके दुख में पूरा विभाग साथ है। 

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